आज राष्ट्रीय संत सेवा एंड गौ रक्षा कल्याण परिषद के तत्वधान में परमहंस दाती महाराज जी के पावन सानिध्य में शनिधाम में शौर्य विजय दिवस 6 दिसबंर के अवसर पर 25वां सामाजिक समरसता और सनातन शौर्य सपूतों को श्रद्धांजलि पुष्पांजली दीपांजलि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी सर्वानंद सरस्वती जी ने की। कार्यक्रम में दिल्ली गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, राजस्थान व मध्यप्रदेश से अनेक संतो ने भाग लिया। मुख्यालय श्री शनि तीर्थ क्षेत्र असोला, फहतेपुर बेरी, छत्तरपुर इस अवसर पर पधारें सभी संतो ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन के लिए ज्ञात अज्ञात व विशेषता कोठारी बंधुओं अमर बलिदानियों को मौन रख कर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की दाती जी महाराज महाराज ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के संघर्ष के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज के हर वर्ग का योगदान रहा है इसका सबसे बड़ा परिणाम यह है कि नीव पूजन में शामिल 7 ईंटो में से पहली ईंट कामेश्वर चौपाल के द्वारा रखी गई जो कि यह व्यक्तिव वंचित समाज की आवाज़ बने और सामाजिक समरसता के विषय पर बोलते हुए कहा कि भगवान श्री राम चन्द्र जी से बड़ा समाज को एकजुट करने व प्रत्येक वर्ग को सम्मान देने का अदभुत उदहारण नही मिलेगा उन्होंने केवट व निसाद राज से मित्रता की व वानर राज सुग्रीव को न्याय दिलवाया सब्र की देवी माँ सबरी की तपस्या का फल उनके हाथों से झुठे बैर खा कर उनके सब्र और विश्वास की तपस्या का सम्मान किया ऐसे श्री राम जी के आदर्शों और संस्कारों को अपना कर ही हम सनातन संस्कृति की स्थापना कर सकते है इसलिए 22 जनवरी के यह महापल हमारे लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाते है कि जिस राम राज्य की परिकल्पना हमारे विचारों में है यह पल उसका आधार स्तम्भ है और यह पल जिसके हम साक्षी बन रहे है और यह पल हमें एक राज ऋषि हमारे कर्मठी, ओजस्वी, तेजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी की संकल्प शक्ति का भी परिणाम है सभा मे उपस्थित
विश्व हिन्दू परिषद के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कपिल खन्ना जी ने कहा कि सन 1947 में हम अंग्रेजों से तो आजाद हो गए थे लेकिन वास्तविकता में मानसिक और संस्कृति तौर पर हम अब आजाद हुए है और भारतीय सनातन संस्कृति की और अग्रसर हुए है
परिषद के मध्य प्रदेश के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि दाती जी महाराज सामाजिक समरसता, संतो की सेवा व गौ रक्षा कल्याण के लिए जो कार्य कर रहे वो अकल्पनीय है हम सब यह चाहते है कि यह सोच और विचार देश के प्रत्येक प्रदेश में स्थापित हो और इसका विस्तार हो इसी संदर्भ में महंत सतीश दास जी ने कहा कि हर समाज की पहचान उसकी संस्कृति और संस्कार उसकी पहचान होते है अपने वक्तव्य में वृदांवन से पधारे महामंडलेश्वर भैया जी महाराज जी ने कहा कि सनातन को मजबुत बनाने के लिए हर हिन्दू को जागृत होना पडेंगा।
कार्यक्रम के मध्य काल मे राष्ट्रीय संत सेवा एंड गौर रक्षा कल्याण परिषद के एक मात्र सिंद्धांत और लक्ष्य सेवा परमो: धर्म को चरितार्थ करते हुए असहाय निर्बल रोगी, गौ धन के लिए गौ माता के चरणों मे उनके निमित्त गौ सेवा एम्बुलेंस सभी संतो ने समर्पित की जोकि देश आवश्कता पूर्ण क्षेत्रो में सेवार्थ रहेगी दाती जी महाराज ने कहा एम्बुलेंस सेवा का विस्तार भारत के अन्य राज्यों में भी किया जाएगा
संध्या काल के समय दीपो के द्वारा श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के महान बलिदानियों को दीपांजलि और श्रद्धाजंलि अर्पित की गई तथा श्रीराम जय राज जय जय राम के विजय उद्घोष के साथ आज से नित्य 22 जनवरी तक दिव्य और भव्य दीपावली मनाने के संकल्प के साथ सभा का समापन हुआ इस अवसर पर महामंडलेश्वर निजस्वरूपानन्दपूरी जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी शिवप्रेमानंद जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी सर्वानन्द जी महाराज, महामंडलेश्वर हरिओमगिरी जी महाराज, महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा जी महाराज, महामंडलेश्वर भैयादास जी महाराज, महामंडलेश्वर भैया जी महाराज (विजय दास जी), महामंडलेश्वर बालकिशनदास जी महाराज, महामंडलेश्वर सेवादास जी महाराज, महामंडलेश्वर हरीकृष्णदास जी महाराज, महामंडलेश्वर राधिकादास जी महाराज, श्रीमहंत मुनिराज जी महाराज, श्रीमहंत श्यामनाथ जी महाराज, श्रीमहंत कन्हेयागिरी जी महाराज, श्रीमहंत भोलागिरी जी महाराज, श्रीमहंत विजयगिरी जी महाराज, स्वामी प्रज्ञानंदपुरी, श्रीमहंत हितेश्वरगिरी जी महाराज, श्रीमहंत धनराजगिरी जी महाराज, श्रीमहंत प्रेमपुरी जी महाराज, महंत श्री सतीशदास जी महाराज, महंत श्री प्रेमप्रकाश ब्रह्मचारी जी महाराज, महंत श्री मुक्तानंद जी महाराज, महंत श्री अनिलानंद जी महाराज, महंत श्री महाकाल जी महाराज,महंत श्री कमलगिरी जी महाराज आदि उपस्थित थे