असोला नई दिल्ली: श्री सिद्ध शक्ति पीठ शनिधाम में श्री श्री 1008 श्री शनिधाम पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी निजस्वरूपानंदपुरी जी महाराज के सानिध्य आयोजित अति वशिष्ठ महारूद्र यज्ञ में जनमानस को संबोधित करते हुए दाती जी महाराज कहा कि देश में जन्मे प्रत्येक व्यक्ति को राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पण का भाव रखना ही सच्ची राष्ट्र सेवा है। राष्ट्र जैसे छोटे से शब्द में विशाल असीमित और बहुआयामी अर्थ और कर्तव्यबोध का सार समाहित हैं। देश के प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र प्रगति के लिए आवश्यक होता है कि वह जिस दशा में है जिस परिस्थिति में है जहां है सकारात्मक सोच के साथ अपना योगदान दे। हमारी सोच सकारात्मक होनी चाहिए। हमें शिक्षा का प्रसार-प्रचार, श्रम शक्ति का बेहतर उपयोग, वैज्ञानिक सोच के साथ अग्रसर होना चाहिए। युवा शक्ति को सही दिशा देने के लिए ऋषियों, बुद्धिजीवियों द्वारा सुझाए गए मार्ग पर चलने के लिए अपनी संतान को प्रेरित करना चाहिए। देश की सीमाओं पर अपने सपूतों को दृढ़ निश्चय के साथ भेजने वालों का भी हमें आदर करना होगा। हम निश्चत हो कर रात्रि विश्राम करते हैं जबकि हमारे बीच से ही निकले वीर सपूत राष्ट्र प्रहरी के रूप में अपना जीवन दांव पर लगाए रहकर हमारे राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा करते हैं। हमे सनातन संस्कृति का सम्मान करते हुए उसे आगे बढ़ाने में प्रयत्नशील रहना चाहिए मेरा तो मात्र एक ही उद्देश्य है मेरा राष्ट्र सुरक्षित रहें मेरा सनातन अखंड रहें इसी भावना से यह महारुद्र यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है इस अवसर पर सैकड़ो भक्त इस महारुद्र यज्ञ का लाभ ले रहें है वही विद्वान ब्राह्मणों द्वारा रुद्राभिषेक, यज्ञ, जप आरती पुजन विधिवत हो रहा है| और श्रद्धालु बढ़ चढ़ कर अपनी उपस्थित दर्ज करवा रहें है|